Wednesday 1 November 2017

बुरी आत्मा का प्रवेश !!!

31अक्टूबर ,हेलोवीन के दिन एक व्यक्ति के अंदर पापी दुष्टात्मा प्रवेश कर गई ।जहाँ एक तरफ़ लोग हेलोविन के उत्साह में डूबे थे ,दूसरी ओर एक पापी आत्मा काल का रूप ले रही थी ।उसने न्यू यॉर्क में अपनी गाड़ी से लोगों को कुचल डाला ।ट्रिक (हेलोविन का एक रिवाज )को उसने सचमुच भयावह बना डाला।मासूम लोग ये भी नही समझ पाए कि,ये ड्राइवर की सोची समझी चाल है या गाड़ी की ख़राबी ।जबतक कुछ समझ आता है ,कई लोगों की जान चली गई ।
जहाँ ये घटना हुई ,वो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से ज़्यादा दूर नही है ।
वहीं "वर्ल्ड ट्रेड सेंटर "जिसके "नाइन इलेवन" के ज़ख़्मों की निशानी अभी भी वहाँ मौजूद है ।आज भी हज़ारों मृतकों के नाम ,उस फ़ाउंटन के दीवारों पर आँसू बहा रहे होते है । पूछते है कि ,क्या ग़लती थी हमारी जो हम यहाँ हैं ।
हमें यहाँ नही होना था ।हम भी आपकी तरह इस ख़ूबसूरत दुनिया को जीना चाहतें थे ।
आज भी लोग यहाँ आ कर इमोशनल हो जातें हैं ।उस समय को याद करतें हैं ।उस वक़्त हमारी आत्मा तड़प उठती है ।हम अपना हाथ बढ़ाना चाहतें हैं ,आपके आँसुओं को पूछने के लिए ।आपको इस क्रूर दुनिया में रहने की हिम्मत देने के लिए।पर हमारे हाथ तो काट लिए गए ।
कैसा संयोग है ,कुछ ही सप्ताह पहले मैं ,शतेश और सत्यार्थ यहाँ गए थे ।वैसे हमलोग तो कई बार यहाँ आ चुकें हैं ,पर सत्यार्थ पहली बार आया था ।लोगों की भीड़ और फ़ाउंटन उसे आकर्षित कर रही थी ।फ़ाउंटन के मार्बल पर वो बार -बार हाथ मार रहा था ।मानो सत्यार्थ के अंदर बसे भगवान इन मार्बल पर ख़ुदे व्यक्ति के आँसू पोंछ रहे हों।सत्यार्थ के बार बार उछलने और हाथ मारने से हमलोग उस जगह से हट गए ।डर लग रहा था कि ,वो गिर ना जाय ।
फिर हमलोग जो मेमोरीयल हॉल बना है ,वहाँ गए ।इसकी मेमोरीयल की आकृति एक गिरते हुए हवाईजहाज़ की दी गई है ।इसके अंदर तमाम बड़े शोरूम और डब्लू टी सी मेट्रो स्टेशन भी  है ।अंदर में काफ़ी सुरक्षा व्यवस्था है ।
पहली बार मैंने यहाँ देखा कि,टॉलेट जाने की गाली के बाहर भी गार्ड तैनात थे ।गार्ड से आप डर के माहौल की उम्मीद ना करें ।वो जीतनी सुरक्षा के लिए होते हैं ,उतने ही मददगार भी । कुछ पूछना हो तो उनसे बेधकड पूछ सकतें है ,चाहे वो ट्रेन रूट की बात ही क्यों ना हो ।लोग बाग़ तस्वीरें निकालने में मशरूफ थे ।हमने भी कुछ तस्वीरें लीं और निकल पड़े टाइम स्क्वाइअर की तरफ़ ।
नोट:-पूरी इमारत सफ़ेद रंग की बनी है ।शायद शान्ति की उम्मीद हो ,या 9/11 की कफ़न की चादर ।
इसी बीच भारत में भी ऐन टी पी सी कांड हो गया ।लगता है सच में कलयुग आपने अंतिम चरण की ओर है ।

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