प्रिय शतेश ,
प्यार ,सम्मान और तुम्हारी खुशियों की कामना के साथ तुम्हे जन्मदिन की बहुत -बहुत शुभकामनायें !
तुम्हारा जन्मदिन है ,और इस बार भी मेरे पास तुम्हे देने को गिफ्ट नही है।कारण तो तुम्हे मालूम ही है।मुझे तुम्हारे ही पैसों से तुम्हे गिफ्ट देना वाज़िब नही लगता।कई बार तुम हँसते भी हो कि क्या तपस्या ,क्या मेरा क्या तुम्हारा।सब तो तुम्हारा ही है।पर मैं क्या करूँ मैं ऐसी ही हूँ।थोड़ी पागल।सोचो ज़रा तुम्हारे साथ ही जाकर ,तुम्हारी ही जेब पर डांका डाल कर ,तुम्हारे लिए गिफ्ट लेकर आऊँ।फिर झूठमुठ का इठलाते हुए तुम्हे गिफ्ट दूँ।मुझे तो सोच कर ही अजीब लग रहा है।खैर इसमें कोई बुराई नही ,फिर भी मैं इस बात के लिए सहज नही हो पाती।कल तुमने कहा था , तपस्या तुमने मुझे सबसे अनमोल गिफ्ट दिया है -"सत्यार्थ"।लेकिन शतेश ,सत्यार्थ कैसे किसी का गिफ्ट हो सकता है ? वो तो हम दोनों का सच है ,हम दोनों है ,हम है।हाँ प्रेम एक तोहफ़ा हो सकता है भावनात्मक रूप से।मेरी तरफ से एक गिफ्ट हमेशा -हमेशा तुम्हारे पास होगा ,चाहे जन्मदिन हो ,होली हो ,दिवाली हो ,ईद हो , क्रिसमस हो या फिर शादी की सालगिरह -वो है "मेरा प्यार "
हाँ ये भी कर सकती हूँ ,आज के दिन तुम्हे दिनभर पुराने टेस्ट मैच देखने या फिर न्यूज़ पढ़ने की छूट जरूर दे सकती हूँ।मै बिल्कुल इर्रीटेट नही होउंगी।अरे पुराने मैच क्यों ?आज से तो इंडिया और ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट मैच शुरू है।तुम्हारी तो चाँदी हो गई।साथ ही आज कुछ तुम्हारी पसंद का लिखती हूँ।
आज की सनसनी ख़बर -शतेश नाम का एक युवक बिहार के एक छोटे से गाँव से निकल कर अमेरिका तक पहुँचा।ये सफर इतना आसान नही था।इस सफर तक पहुँचने में शतेश जी की माता जी का विशेष योगदान रहा है।ताज़ा जानकारी के मुताबिक अमेरिका में ट्रम्प के शासनकाल में जनता बऊराई हुई है।हर तरफ कुछ न कुछ अफवाहों का दौर चल रहा है।इसके बावजूद तमाम भारतीयों के साथ बिहार का ये लाल भी अमेरिका में डाटा हुआ है।अब देखना ये है कि आगे बढ़ने के मजबूत इरादे जीतते है या फिर नए बदलते माप दंड। क्या भारत का मोह शतेश को वापस ला पायेगा ? जानने के लिए देखते रहिये ,धुआँधार न्यूज़।एक छोटा सा ब्रेक लेते है।ब्रेक के बाद जानेगे ,क्या है गुजरात के गदहों की कहानी , जायज़ पत्नी होने की होड़ मची अमेठी राजभवन में और बिहार में सेक्स रैकेट चलाता था एक कांग्रेसी नेता।पत्रकार रविस के भाई होने की पुष्टि। ताज़ा ,चटपटे अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहिए।ब्रेक -
मुझे मालूम है तुम्हे हँसी आ रही होगी मेरी खबरों के ख़जाने को पढ़ कर।आगे पढ़ो अपनी प्रेम कहानी क्रिकेट की ज़ुबानी-
मैदान सीसीडी साकेत ,प्लेयर शतेश और तपस्या ,अम्पायर उज्जवल कुमार।दोनों खिलाडी मैदान में टॉस का समय अब देखना ये है कि, टॉस कौन जीतता है।अम्पायर बातों का सिक्का उछालता है और ये शतेश ने टॉस जीत लिया।देखना ये है कि किसकी जीत होती है ? मैच के पहले दिन ही शतेश ,तपस्या के द्वारा बोल्ड हो जाते है।दूसरे दिन मैच जयमाला के साथ आगे बढ़ता है।युवा खिलाड़ियों से घिरे शतेश ,तपस्या से आँख मिलाते है।दोनों खिलाडी आमने -सामने।माला डाल कर एक रन बनाने का मौका तपस्या छोड़ना नही चाहती।और ये मौके का फायदा बखूबी उठाते हुए तपस्या ने एक रन लिया।शादी के फेरो के साथ तपस्या धीरे -धीरे रन बनना शुरू करती है।तपस्या के कुल 4 रन बने।मैच समय के आभाव में तेजी से बढ़ता हुआ।ओहो! पर ये क्या, हिट विकेट और इसी के साथ तपस्या आउट हुई।अब देखना ये है कि ,शतेश क्या कमाल करते है।फेरों के साथ शतेश 3 रन बना चुके है।चौथे फेरे के साथ शतेश ने एक और रन जोड़ा।दोनों खिलाडी के स्कोर बराबर।अब सिर्फ एक गेंद बची है।देखना ये है कि मैच किस नतीजे पे पहुँचता है? दर्शक बाराती एक्ससाइटेड है।पंडित जी कॉमेन्ट्री कर रहे है।दोनों खिलाड़ी घबराये हुए।इस मैच पे दोनों के आगे का भविष्य निधारित है।कन्यादान तक स्थिती गंभीर बन चुकी है।मैच देख रही महिलायें दारुन गीत गाने लगी है।खिलाडी शतेश थोड़े घबड़ाये गेम जीतने की कोसिस में।मैच रोमांचक मोड़ पर पहुँच चूका है।समय बहुत कम बचा है ,सिंदूर दान का बेहतरीन मौका तपस्या ने जाने नही दिया। एक शानदार सिंदूर कैच कर के शतेश को कैच आउट किया।और इसी के साथ दर्शक बारातियों में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी।मैच टाई हो गया।दोनो खिलाड़ी कोहबर घर में देवताओं से ,बड़ो से आशीर्वाद रूपी ट्रॉफी ले रहे है।इस तरह आज एक रोमांचक मैच देखने को मिला।खिलाड़ियो के साथ दर्शको ने भी खूब लुत्फ़ उठाया।
इस तरह शतेश ,क्रिकेट रूपी हमारा विवाह संपन्न हुआ।बोलो ॐ गणेशाय नमः।
उम्मीद है तुम्हे पसंद आई होगी ,मेरा कलम रूपी प्रेम।हमेशा खुश रहो ,प्रेम में रहो।