अमेरिका में जनवरी के तीसरे सोमवार को कई जगह छुट्टी होती है। यह छुट्टी “मार्टिन लूथर किंग” के सम्मान में दी जाती है।
मार्टिन लूथर किंग वही जिन्होंने 'I Have a Dream' का भाषण दिया था। इनका जन्म 15 जनवरी को अटलांटा में हुआ था। और जैसा कि आप सभी को मालूम ही होगा कि इन्होंने अफ्रीकी -अमेरिकी नागरिकों के अधिकारों के लिए आंदोलन चलाया था। यह आंदोलन कुछ सत्याग्रह जैसा ही था। किंग, गांधी जी के विचारों से बहुत प्रभावित थे। शायद यही वजह रही कि इन्हें अमेरिका का गांधी कहा जाता है।
चर्च के पादरी मार्टिन लूथर किंग ने कहा कि, “ मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय लिया है। घृणा करना तो बेहद कष्टदायक काम है।” और इसी भावना से ये सिविल राईट मूव्मेंट में शामिल हुए। इन्होंने ने अमेरिका में फैले गोरे -काले के भेद को मिटाने के लिए आंदोलन चलाया जो कि 381दिन चला। यह आंदोलन सेलमा से मोंटगोमरी तक शुरू हुई जो बाद में पूरे अमेरिका में फैल गई। आपको अगर याद हो तो अल्बामा घूमने के दौरान आपको यहाँ लेकर गई थी।
वैसे इस विषय पर कई फ़िल्म देखना चाहे तो कई बेहतरीन फ़िल्में मिल जाएँगी। पर इस जगह और नाम से जुड़ी जो दो फ़िल्में मुझे याद आ रही है वह ,
Selma , जिसमें आप सेलमा से मोंटगोमेरी तक की यात्रा देख सकते है।
और Boycott , जिसमें ‘रोजा पार्क’ नाम की एक अश्वेत महिला ने बस की सीट उठने से मना कर दिया था। जिसके बाद उन्हें जुर्माना देना पड़ा था और इसके बाद ही सिविल राइटस आंदोलन जोर पकड़ा।
मार्टिन लूथर किंग ने जन्म और मृत्य के बीच जो 39साल में जिया वह किसी प्रेरणा से कम नही। इनके योगदान के लिए इन्हें सबसे कम उम्र में विश्व शांति का नोबेल पुरस्कार मिला।
तो चलिए कुछ पुरानी तस्वीरों के साथ आज फिर से याद करते है मार्टिन लूथर किंग को और अल्बामा की धरती को।
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