आज का दिन हमने पोर्टलैंड के लिए रखा था।अगला दिन अकार्डिया नेशनल पार्क के लिए ।पोर्टलैंड का लाइट हाउस मशहूर है। हम भी देखने निकल पड़े। हॉटेल से कुछ दस मिनट की दुरी पर ही ,फोर्ट विलियम्स पार्क था। इसी पार्क के एक किनारे पर लाइट हाउस है।ये पार्क समुन्द्र से सटे ही है।यहाँ तक आप अपनी कार या कुछ टूरिस्ट बस के द्वारा जा सकते है। वैसे तो पार्क में फूल -पत्ती कम ही थे ,पर सुन्दर हरे घास ,कुछ जंगली फूल और समुन्द्र इसकी शोभा बढ़ा रहे थे।
ये रहा लाइट हाउस ।
ये रहा लाइट हाउस ।
यहाँ लाइट हाउस के साथ ही एक छोटा सा गिफ्ट शॉप और खाने -पीने की एक दूकान भी है ।यहाँ बाथरूम के लिए आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है ।चलता -फिरता बाथरूम किसी कोने में रखा होगा। आपको ढूढ़ना या पूछना पढ़ सकता है । पार्क से बाहर निकलते समय समुन्द्र के किनारे कुछ बेंच ,टेबल आपको मिल जायेंगें ।आराम से बैठिये ,खाइये -पीजिये ।कई लोग ऑनलाइन ,टेबल रिज़र्व करवाते है ।थोड़ा सा ऊपर की तरफ जाते है तो ,कुछ आधा -अधूरा कंस्ट्रक्शन देखने को मिलता है ।इसका नाम गोडार्ड मैंशन है ।कोलोनेल गोडार्ड अमेरिकन सिविल वॉर के फर्स्ट कमांडेड थे ,मेन विलुण्टीर रेजिमेंट के ।
यहाँ से हमलोग निकले ईस्टर्न प्रॉमनेड पार्क की तरफ़ ।रास्ते में ओल्ड पोर्ट देखते हुए। ओल्ड पोर्ट में ईंट और पत्थर से बने लाल रंग के बिल्डिंग और शॉपस है ।मुझे कुछ अलग लगा ।रुकने का मन था पर ,पार्किंग ही नहीं मिल रही थी । हमलोग गाड़ी से ही इन गलियों में 3/4 चक्कर लगाए और आगे बढ़ चले ।प्रॉमनेड पार्क में के एक तरफ़ ख़ूबसूरत घर तो दूसरी तरफ़ समुन्दर ।पार्क में हर जगह बैठने को बेंच है ।ट्रेल है ।बच्चों के खेलने की जगह है ।आप पूरा दिन बीता सकते है यहाँ।
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