दो दिन पहले मैंने एक ऐसे इंसान को ब्लॉक जिनके पोस्ट मुझे यक़ीन नही दिला रहे थे की ये वहीं है ,जिन्हें मैं जानती हूँ ,आदर करती हूँ ।एक ऐसे इंसान जिनकी अपनी बेटी हो बहने हो वो हर फ़ालतू के वीडीयो पर माँ -बहन की गाली लगा रहें हैं ।हद तो तब हुई जब एक महिला कार्यकर्ता के वीडीयो पर उन्होंने उसके लिए रेप जैसे शब्द इस्तेमाल किए ।ख़ुद पर ग़ुस्सा आ रहा था ।मन घृणा से भर गया था फिर लगा उम्र हो गई है ,शायद अंडरोपौज से गुज़र रहें होंगे ।
इतना क्रोध ,इतनी हताशा क्यों है ? क्यों लग रहा है आपको की मोदी फिर से सत्ता में नही आ सकतें ?
जबकि आप गाली के एक बच्चें से भी पूछे तो वो बता देगा “अबकि बार मोदी सरकार “
क्या जोड़ -तोड़ की राजनीति कभी नही हुई ? क्या हो जाएगा अगर कुछ कम सीटें आए ?
लोग क्यों भूल रहें हैं कि ,किसी की बहन या बेटी का रेप होता है तो दूसरों के लिए महज़ एक न्यूज़ होता है ।आपके महामहिम नही आने वाले आपका दुःख कम करने या तुरंत फ़ैसला देने ।
उनके पास इतना समय होगा कि किसी गाँव ,छोटे शहर के रेप का फ़ैसला देखें ?,कौन जाने उस वक़्त वे क्या बेंच रहें होंगे ?
वैसे मुझे एक बात नही समझ आती ,क्यों बार -बार पेशा बदल कर लोगों से जुड़ने की कोशिश होती रही है ।कही कुछ ऐसा हैं हीं नही की आम लोगों से जुड़ सकें ? फिर तो हमारी सरकार को सच में सोचना चाहिए ।
भारत का प्रधानमंत्री होना कोई छोटी बात नही ।आप गर्व से ,सम्मान से ये क्यों नही कहते की मैं इस देश का नेता हूँ ।मैंने फ़लाँ -फ़लाँ काम किए है ।हाँ कुछ काम रह गए है जिन्हें पूरा करना है ।आप इसके बिना पर वोट दें ।
या सच में भारत की आधी जनता की सोच चायवाले ,चौकीदार तक हीं सीमित है ।वे भारत के प्रधानमंत्री तक सोंचते हीं नही ।
याद रखिए की कुछ लोग ऐसे ज़रूर होने चाहिए जो सरकार की ग़लती बार -बार याद दिलाते रहें ।ऐसे हीं तो सुधार होगा ।सरकारें जागरूक रहेगी ।भक्ति में दिमाग़ ,हाथ के चाईनीज फ़ोन जैसा मत बनाइए की हर चीज़ का डूप्लिकेट ढूँढने की आदत हो जाए ।
अगर ऐसा तो तैयार रहिए अगले चुनाव में हवालदार बनने के लिए ।
पी एस:-मैं वोट देने नही आ रही इसलिए मेरा ये कहना कि आप वोट देने ज़रूर जाएँ ज्ञान देने जैसा होगा और आपको तो मालूम हीं होगा कि ज्ञान लोगों को कम हीं पसंद है ।ऐसे में अपने विवेक से काम ले ।साथ हीं ये मेरा वॉल है अगर आप मेरी किसी बात से असहमत है तो ज़रूर लिखे पर कूँड़ा ना फैलाएँ ।इसके लिए आपकी अपनी वॉल है ।
इतना क्रोध ,इतनी हताशा क्यों है ? क्यों लग रहा है आपको की मोदी फिर से सत्ता में नही आ सकतें ?
जबकि आप गाली के एक बच्चें से भी पूछे तो वो बता देगा “अबकि बार मोदी सरकार “
क्या जोड़ -तोड़ की राजनीति कभी नही हुई ? क्या हो जाएगा अगर कुछ कम सीटें आए ?
लोग क्यों भूल रहें हैं कि ,किसी की बहन या बेटी का रेप होता है तो दूसरों के लिए महज़ एक न्यूज़ होता है ।आपके महामहिम नही आने वाले आपका दुःख कम करने या तुरंत फ़ैसला देने ।
उनके पास इतना समय होगा कि किसी गाँव ,छोटे शहर के रेप का फ़ैसला देखें ?,कौन जाने उस वक़्त वे क्या बेंच रहें होंगे ?
वैसे मुझे एक बात नही समझ आती ,क्यों बार -बार पेशा बदल कर लोगों से जुड़ने की कोशिश होती रही है ।कही कुछ ऐसा हैं हीं नही की आम लोगों से जुड़ सकें ? फिर तो हमारी सरकार को सच में सोचना चाहिए ।
भारत का प्रधानमंत्री होना कोई छोटी बात नही ।आप गर्व से ,सम्मान से ये क्यों नही कहते की मैं इस देश का नेता हूँ ।मैंने फ़लाँ -फ़लाँ काम किए है ।हाँ कुछ काम रह गए है जिन्हें पूरा करना है ।आप इसके बिना पर वोट दें ।
या सच में भारत की आधी जनता की सोच चायवाले ,चौकीदार तक हीं सीमित है ।वे भारत के प्रधानमंत्री तक सोंचते हीं नही ।
याद रखिए की कुछ लोग ऐसे ज़रूर होने चाहिए जो सरकार की ग़लती बार -बार याद दिलाते रहें ।ऐसे हीं तो सुधार होगा ।सरकारें जागरूक रहेगी ।भक्ति में दिमाग़ ,हाथ के चाईनीज फ़ोन जैसा मत बनाइए की हर चीज़ का डूप्लिकेट ढूँढने की आदत हो जाए ।
अगर ऐसा तो तैयार रहिए अगले चुनाव में हवालदार बनने के लिए ।
पी एस:-मैं वोट देने नही आ रही इसलिए मेरा ये कहना कि आप वोट देने ज़रूर जाएँ ज्ञान देने जैसा होगा और आपको तो मालूम हीं होगा कि ज्ञान लोगों को कम हीं पसंद है ।ऐसे में अपने विवेक से काम ले ।साथ हीं ये मेरा वॉल है अगर आप मेरी किसी बात से असहमत है तो ज़रूर लिखे पर कूँड़ा ना फैलाएँ ।इसके लिए आपकी अपनी वॉल है ।
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